मीनाक्षी लेखी
Jan 1, 1968
12:0:0
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
चूंकि मीनाक्षी लेखी के लिये एक नौकरी में ज्यादा देर तक रुके रहना मुश्किल है, मीनाक्षी लेखी का ऐसे कार्यक्षेत्र चुनने चाहिये जहां मीनाक्षी लेखी को सदैव ही नए-नए लोगों से मिलना पड़े जैसे ‘सेल्समैनशिप‘। मीनाक्षी लेखी की नौकरी ध् व्यवसाय इस प्रकार का होना चाहिये जो स्थान परिवर्तन देता हो ताकि मीनाक्षी लेखी नित नये वातावरण में जाएं और नये-नये लोगों से मिलें।
मीनाक्षी लेखी ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि मीनाक्षी लेखी का कार्य मीनाक्षी लेखी के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, मीनाक्षी लेखी संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह मीनाक्षी लेखी को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य मीनाक्षी लेखी को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व मीनाक्षी लेखी की स्वयं की प्रतिष्ठा मीनाक्षी लेखी के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में मीनाक्षी लेखी आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन मीनाक्षी लेखी के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने मीनाक्षी लेखी को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। मीनाक्षी लेखी को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। मीनाक्षी लेखी अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि मीनाक्षी लेखी को पास मीनाक्षी लेखी की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो मीनाक्षी लेखी धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। मीनाक्षी लेखी उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।