मोहम्मद रिजवान
Jun 1, 1992
00:00:00
Peshawar
71 E 34
34 N 0
5.0
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
मोहम्मद रिजवान जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, मोहम्मद रिजवान की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, मोहम्मद रिजवान को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। मोहम्मद रिजवान ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। मोहम्मद रिजवान का घर मोहम्मद रिजवान के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। मोहम्मद रिजवान सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर मोहम्मद रिजवान कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर मोहम्मद रिजवान प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, मोहम्मद रिजवान अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां मोहम्मद रिजवान के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
मोहम्मद रिजवान के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, मोहम्मद रिजवान स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर मोहम्मद रिजवान जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र मोहम्मद रिजवान के शरीर का ऐसा भाग है, जो मोहम्मद रिजवान को सर्वाधिक परेशानी देगा। मोहम्मद रिजवान को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। मोहम्मद रिजवान को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी मोहम्मद रिजवान को यह सलाह है कि मोहम्मद रिजवान पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। मोहम्मद रिजवान की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण मोहम्मद रिजवान जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरमोहम्मद रिजवान युवा-मण्डली में रहते हैं, तो मोहम्मद रिजवान कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
यात्रा मोहम्मद रिजवान के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि मोहम्मद रिजवान के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।मोहम्मद रिजवान को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि मोहम्मद रिजवान को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।