मुकेश ऋषि
Apr 19, 1956
12:00:00
Kathua
75 E 31
32 N 22
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
मुकेश ऋषि के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः मुकेश ऋषि विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, मुकेश ऋषि प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस मुकेश ऋषि के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति मुकेश ऋषि का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार मुकेश ऋषि विवाह बन्धन में बंध गये, तो मुकेश ऋषि इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
मुकेश ऋषि की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन मुकेश ऋषि स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण मुकेश ऋषि की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। मुकेश ऋषि अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, मुकेश ऋषि जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें मुकेश ऋषि की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो मुकेश ऋषि खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
मुकेश ऋषि के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक मुकेश ऋषि को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। मुकेश ऋषि को सदैव यह लगता है कि भविष्य में मुकेश ऋषि को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। मुकेश ऋषि जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। मुकेश ऋषि के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। मुकेश ऋषि के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि मुकेश ऋषि के अन्दर क्षमता नहीं है,तो मुकेश ऋषि उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।