नुवान प्रदीप
Oct 19, 1986
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Negombo
79 E 50
7 N 12
5.5
Web
संदर्भ (स.)
नुवान प्रदीप जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, नुवान प्रदीप की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, नुवान प्रदीप को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। नुवान प्रदीप ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। नुवान प्रदीप का घर नुवान प्रदीप के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। नुवान प्रदीप सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर नुवान प्रदीप कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर नुवान प्रदीप प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, नुवान प्रदीप अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां नुवान प्रदीप के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
नुवान प्रदीप की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन नुवान प्रदीप स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण नुवान प्रदीप की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। नुवान प्रदीप अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, नुवान प्रदीप जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें नुवान प्रदीप की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो नुवान प्रदीप खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
नुवान प्रदीप मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला नुवान प्रदीप के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। नुवान प्रदीप अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। नुवान प्रदीप पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। नुवान प्रदीप का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।