पंडारी बाई
Sep 18, 1928
12:00:00
Bhatkal
74 E 34
13 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
पंडारी बाई के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः पंडारी बाई विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, पंडारी बाई प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस पंडारी बाई के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति पंडारी बाई का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार पंडारी बाई विवाह बन्धन में बंध गये, तो पंडारी बाई इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
पंडारी बाई शारीरिक रूप से शक्तिशाली हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कार्य पंडारी बाई की समस्या है। पंडारी बाई जो भी कुछ करते हैं, बहुत ज्यादा मानसिक दवाब में करते हैं, अन्ततः पंडारी बाई अपने कर्म का पूर्ण फल प्राप्त करते हैं। अपने बॉस के द्वारा प्रशंसा की गई स्थिति के बाद ज्यादा उत्तेजित ना हों । पंडारी बाई को अपने कार्यो मे शान्ति बरतनी चाहिये, जीवन में और भी मिठास दिखाई देगा । सैर व भोजन में थोड़ा अधिक समय देना चाहिये। जितना संभव हो सके अपने अंदर के आलस को दूर करें और साथ ही ओवरटाइम’ कार्य के प्रति सजग भी रह सकते हैं । लम्बी छुट्टियाँ लेने से बचें । जब बीमारी आएगी, तो पंडारी बाई का हृदय पंडारी बाई को परेशानी देने वाला प्रथम अंग होगा। जिसे पंडारी बाई दूर करने में सजग रहेंगे। यदि पंडारी बाई ने अत्यधिक कार्य किया है तो समाज पंडारी बाई को सम्मानित करेगा ।
पंडारी बाई की अभिरुचियां शारीरिक से अधिक बौद्धिक होंगी। पंडारी बाई उनमें पर्याप्त सफल होंगे। पंडारी बाई एक बहुत अच्छे शतरंज के खिलाड़ी बन सकते हैं।यदि ताश पंडारी बाई को आकर्षित करते हैं, तो पंडारी बाई ‘ब्रिज’ में बहुत अच्छे होंगे।