पंडित जसराज
Jan 28, 1930
17:30:00
Hissar
75 E 45
29 N 10
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
यदि पंडित जसराज को अपने मिजाज के अनुरूप जीवन का आनन्द उठाना है, तो इसमें कोई शक नहीं है कि पंडित जसराज विवाह करेंगे। अकेलापन पंडित जसराज के लिये मृत्यु के समान है और जब पंडित जसराज को कोई उपयुक्त साथ मिल जाता है, तो पंडित जसराज एक मोहक व्यक्ति होते हैं। पंडित जसराज एक युवती से विवाह करना चाहते हैं और इसके लिये पंडित जसराज को ऐसा जीवनसाथी चुनना चाहिए, जोकि प्रसन्न एवं खुशमिजाज हो। पंडित जसराज एक स्वच्छ एवं व्यवस्थित घर में रहना पसन्द करते हैं।
जबकि पंडित जसराज हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो पंडित जसराज को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। पंडित जसराज की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह पंडित जसराज के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। पंडित जसराज अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। पंडित जसराज चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। पंडित जसराज क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी पंडित जसराज को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
फुरसत के लम्हे पंडित जसराज के लिये विशेष महत्व रखता है तथा पंडित जसराज उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे पंडित जसराज कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह पंडित जसराज की बुद्धिमत्ता है, कि पंडित जसराज अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। पंडित जसराज थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य पंडित जसराज को पसन्द हैं।