पेट्र केच
May 20, 1982
12:0:0
Pilsen
13 E 22
49 N 44
2
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जहां तक पेट्र केच जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। पेट्र केच प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि पेट्र केच ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो पेट्र केच अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, पेट्र केच उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
पेट्र केच के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, पेट्र केच स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर पेट्र केच जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र पेट्र केच के शरीर का ऐसा भाग है, जो पेट्र केच को सर्वाधिक परेशानी देगा। पेट्र केच को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। पेट्र केच को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी पेट्र केच को यह सलाह है कि पेट्र केच पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। पेट्र केच की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण पेट्र केच जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरपेट्र केच युवा-मण्डली में रहते हैं, तो पेट्र केच कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
पेट्र केच की अभिरुचियां एवं समय काटने के साधन थकावट भरे हैं। क्रिकेट, फुटबाॅल और टेनिस आदि पेट्र केच के पसन्द के खेल हैं। पेट्र केच पूरे दिन कठोर परिश्रम करते हैं और शाम को टेनिस, गोल्फ, बैडमिण्टन जैसे खेल खेलते हैं। पेट्र केच की एथलेटिक खेलों में भाग लेने में विशेष रुचि है। सम्भवतः पेट्र केच ने खेलों में कई पुरुस्कार जीते होंगे। जहां तक कि खेलों का प्रश्न है,पेट्र केच की जीवन-ऊर्जा आश्चर्यजनक है।