पूजा गांधी
Oct 7, 1983
12:0:0
Paurath (Punjab)
75 E 23
31 N 0
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
पूजा गांधी के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और पूजा गांधी को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने पूजा गांधी में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि पूजा गांधी ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो पूजा गांधी के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि पूजा गांधी अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
ऐसे कई पारितोषिक कार्यक्षेत्र हैं, जहां पर पूजा गांधी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे कई सारे कार्यक्षेत्र हैं जहां पर मौलिकता आवश्यक है और जो पुरुष एवं स्त्री पर समान रूप से लागू होते हैं, वे सभी पूजा गांधी के स्वभाव के अनुरूप हैं। यही गुण यदि दूसरी दिशा में उपयोग किये जाएं, तो व्यवस्था सम्बन्धी कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो सकते हैं। इस तरह बड़े व्यापारिक संस्थानों के नेतृत्व के लिये पूजा गांधी उपयुक्त हैं। ऐसे कार्यक्षेत्र जहां पर निरन्तर एक जैसा कार्य करना पड़ता है, उनसे पूजा गांधी को बचना चाहिए। ऐसे कार्यक्षेत्र पूजा गांधी के लिये उपयुक्त नहीं हैं।
पूजा गांधी की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो पूजा गांधी का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। पूजा गांधी को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। पूजा गांधी धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। पूजा गांधी आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन पूजा गांधी उसे रोक नहीं पाते हैं। पूजा गांधी के विचार व युक्तियाँ पूजा गांधी की पीढी से आगे के होते हैं। पूजा गांधी को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये पूजा गांधी को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार पूजा गांधी के लिये श्रेष्ठ हैं।