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प्रभु देवा दशा फल राशिफल

प्रभु देवा Horoscope and Astrology
नाम:

प्रभु देवा

जन्म तिथि:

Apr 3, 1973

जन्म समय:

12:00:00

जन्म स्थान:

Mysore

रेखांश:

76 E 37

अक्षांश:

12 N 18

टाइम ज़ोन:

5.5

सूचना स्रोत:

Unknown

एस्ट्रोसेज रेटिंग:

अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)


प्रभु देवा का फलादेश जन्म से November 20, 1989 तक

प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से प्रभु देवा अपनी बात मनवा लेते हैं। प्रसिद्ध व्यक्तियों के प्रभु देवा सम्पर्क में आयेंगे। प्रभु देवा की ख्याति और प्रतिष्ठा सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बुद्धिमत्ता के कारण प्रभु देवा प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में प्रभु देवा अच्छा काम करेंगे। यात्रा से निश्चित लाभ प्राप्त करेंगे।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 1989 से November 20, 1996 तक

इस अवधि में व्यवहारिक रहने का प्रयत्न करें। वस्तुतः इस दौरान प्रभु देवा की व्यर्थ के कामों में फंसे रहने की चेष्टा रहेगी। इन सब बातों के कारण प्रभु देवा व्यर्थ में ही परेशान रहेंगे। अधिक आत्मविश्वास प्रभु देवा को प्रभु देवा दग्रस्त कर सकता है। पैसा खोने का भी खतरा है। अपनी प्रतिष्ठा के प्रति सचेत रहें और अपनी समस्याओं के समाधान के लिये परिवार के सहारे/मदद पर अधिक निर्भर न रहें। मित्र व हितैषी अपना वचन नहीं निभायेंगे। यात्रा से जितना बचें उतना अच्छा है। विरोधी प्रबल रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा इसलिये उसका ध्यान रखें।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 1996 से November 20, 2016 तक

अपने कार्य क्षेत्र में प्रभु देवा महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे। प्रतिष्ठा और सम्मान में प्रचुर वृद्धि होगी। इस अवधि में विपरीत परिस्थितियों से भी प्रभु देवा कुशलता से निपट सकेंगे। व्यापारी सहयोगियों या व्यवसायकि लोगों ग्राहकों के साथ प्रभु देवा के संबंध दिन व रात सुधरेंगे। समय के साथ साथ प्रभु देवा संग्रहशील होते जायेंगे और विलास सामग्री पर भी व्यय करेंगे। परिवार जनों का बर्ताव बहुत अच्छा रहेगा। व्यापारिक यात्राओं की संभावना है।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2016 से November 20, 2022 तक

इस अवधि में प्रभु देवा बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय प्रभु देवा की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में प्रभु देवा अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2022 से November 20, 2032 तक

प्रभु देवा अपने ही विचारों और योजनाओं को रचनात्मक रूप दे सकेंगे। नौकरी या व्यापार से संबंधित कुछ ठोस परिणाम सामने आयेंगे। प्रभु देवा को सारे ही उद्यमों में सफलता निश्चित है। अपने से वरिष्ठ लोगों या पर्यवेक्षकों के साथ अति मधुर संबंध रहेंगे। इस समय का पूरा सदुपयोग कीजिये।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2032 से November 20, 2039 तक

यह बिल्कुल भी अच्छा समय नहीं है। ध्यान रखें। आर्थिक हानि की पूरी संभावना है। इस अवधि में कोई जोखिम न उठायें और सट्टेबाजी से बचें। स्वास्थ्य के कारण परेशानियां शुरू हो जायेंगी। अपने परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। किसी परिचित की मृत्यु की खबर भी मिल सकती है।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2039 से November 20, 2057 तक

इस अवधि में प्रभु देवा के लाख चाहने के बावजूद भागीदारों और सहयोगियों से प्रभु देवा के संबंध मधुर नहीं रह पायेंगे। नित्य चर्चा में भी व्यवधान उपस्थित होंगे। पारिवारिक सदस्यों का वर्ताव अच्छा नहीं रहेगा। प्रभु देवा के मुकदमाबाजी और कानूनी पचड़ों में फंसने की पूरी संभावना है। झूठी आशाओं पर निर्भर न रहें क्योंकि प्रभु देवा के मित्रगण जरूरी अवसर पर प्रभु देवा को नीचा दिखायेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। फूड पाइजनिंग का खतरा हो सकता है। जहां तक संभव हो, यात्राओं से बचें।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2057 से November 20, 2073 तक

मानसिक चिन्ताओं के कारण तकलीफ होगी। शारीरिक रोग भी घेरे रह सकते हैं। दिमाग को शांति नहीं मिलेगी। परिवार जनों का बर्ताव भी फर्क रहेगा। लेकिन गूढ़ विाान और परामनोविाान में प्रभु देवा की रूचि जागृत होगी। इन क्षेत्रों के कुछ अनुभव भी प्राप्त होंगे। अचानक धन लाभ होने की भी संभावना है। पूंजी निवेश का प्रयत्न न करें क्योंकि मन चाहा परिणाम प्राप्त नहीं होगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभायेंगे। असुरक्षा की भावना सदैंव विद्यमान रहेगी।

प्रभु देवा का फलादेश November 20, 2073 से November 20, 2092 तक

इस अवधि में जीवन शक्ति में कमी होने के कारण प्रभु देवा बेहद अशक्त महसूस करेंगे। फालतू के कामों में प्रभु देवा अपनी ऊर्जा बर्बाद करेंगे। धन हानि होगी। परिवारजनों की बीमारी प्रभु देवा की मानसिक शांति भंग कर देगी। व्यय करने की प्रवृति बढ़ेगी। अवांछित स्थान पर प्रभु देवा को निवास करना पड़ सकता है। लेकिन यह इद्रयातीत अनुभव प्राप्त करने के लिये बुरा समय नहीं है। धार्मिक क्रियाकलापों में कुछ समय बिताने की सलाह दी जाती है। सांसारिक मामलों के लिहाज सेयह श्रेष्ठ समय नहीं है।

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