प्रज्ञा सिंह ठाकुर
Feb 2, 1970
00:00:00
Bhind
78 E 47
26 N 33
5.5
Reference
संदर्भ (स.)
प्रज्ञा सिंह ठाकुर जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, प्रज्ञा सिंह ठाकुर की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। प्रज्ञा सिंह ठाकुर ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर का घर प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। प्रज्ञा सिंह ठाकुर सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर प्रज्ञा सिंह ठाकुर कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
जबकि प्रज्ञा सिंह ठाकुर हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। प्रज्ञा सिंह ठाकुर चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
फुरसत के लम्हे प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लिये विशेष महत्व रखता है तथा प्रज्ञा सिंह ठाकुर उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे प्रज्ञा सिंह ठाकुर कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह प्रज्ञा सिंह ठाकुर की बुद्धिमत्ता है, कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर को पसन्द हैं।