प्रहलाद काकर
Mar 24, 1950
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जहां तक प्रहलाद काकर जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। प्रहलाद काकर प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि प्रहलाद काकर ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो प्रहलाद काकर अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, प्रहलाद काकर उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि प्रहलाद काकर हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि प्रहलाद काकर दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि प्रहलाद काकर अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
प्रहलाद काकर के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक प्रहलाद काकर को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। प्रहलाद काकर को सदैव यह लगता है कि भविष्य में प्रहलाद काकर को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। प्रहलाद काकर जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। प्रहलाद काकर के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। प्रहलाद काकर के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि प्रहलाद काकर के अन्दर क्षमता नहीं है,तो प्रहलाद काकर उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।