प्रनूतन बहल
Mar 10, 1993
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
प्रनूतन बहल के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः प्रनूतन बहल विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, प्रनूतन बहल प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस प्रनूतन बहल के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति प्रनूतन बहल का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार प्रनूतन बहल विवाह बन्धन में बंध गये, तो प्रनूतन बहल इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
प्रनूतन बहल के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, प्रनूतन बहल स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर प्रनूतन बहल जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र प्रनूतन बहल के शरीर का ऐसा भाग है, जो प्रनूतन बहल को सर्वाधिक परेशानी देगा। प्रनूतन बहल को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। प्रनूतन बहल को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी प्रनूतन बहल को यह सलाह है कि प्रनूतन बहल पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। प्रनूतन बहल की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण प्रनूतन बहल जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरप्रनूतन बहल युवा-मण्डली में रहते हैं, तो प्रनूतन बहल कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
समय व्यतीत करने के ऊर्जावान तरीके प्रनूतन बहल को आकर्षित करते हैं और वो प्रनूतन बहल का सर्वाधिक भला भी करते हैं। तीव्र खेल जैसे फुटबाॅल और टेनिस इत्यादि प्रनूतन बहल की ऊर्जा के उपयोग के लिये बेहतरीन खेल हैं और प्रनूतन बहल इसके पूर्णतः अनुकूल हैं। प्रनूतन बहल मध्य आयु में सैर करना पसन्द करेंगे, लेकिन प्रनूतन बहल चार की जगह चैदह मील की सोचेंगे। अवकाश काल में प्रनूतन बहल हाथ में समाचार पत्र लिये बैंच पर बैठकर सिर्फ भोजन की प्रतीक्षा नहीं कर सकते। सबसे दूरस्थ पहाडि़यां प्रनूतन बहल को आकर्षित करती हैं और प्रनूतन बहल यह जानना चाहते हैं कि वे पास से कैसी दिखती हैं।