प्रसून जोशी
Sep 16, 1971
12:00:00
Uttarakhand
79 E 18
30 N 4
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
प्रसून जोशी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः प्रसून जोशी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, प्रसून जोशी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस प्रसून जोशी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति प्रसून जोशी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार प्रसून जोशी विवाह बन्धन में बंध गये, तो प्रसून जोशी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सबसे ऊपर प्रसून जोशी अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। प्रसून जोशी इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, प्रसून जोशी की प्रकृति इस प्रकार है कि प्रसून जोशी के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर प्रसून जोशी के लिये खराब है व जल्दबाजी प्रसून जोशी के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः प्रसून जोशी शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। प्रसून जोशी को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। प्रसून जोशी को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
प्रसून जोशी अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, प्रसून जोशी घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। प्रसून जोशी एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।