प्रीतेका राव
Jun 7, 1988
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
प्रीतेका राव के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः प्रीतेका राव विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, प्रीतेका राव प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस प्रीतेका राव के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति प्रीतेका राव का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार प्रीतेका राव विवाह बन्धन में बंध गये, तो प्रीतेका राव इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
प्रीतेका राव की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन प्रीतेका राव स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण प्रीतेका राव की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। प्रीतेका राव अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, प्रीतेका राव जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें प्रीतेका राव की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो प्रीतेका राव खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
प्रीतेका राव की अभिरुचियां एवं समय काटने के साधन थकावट भरे हैं। क्रिकेट, फुटबाॅल और टेनिस आदि प्रीतेका राव के पसन्द के खेल हैं। प्रीतेका राव पूरे दिन कठोर परिश्रम करते हैं और शाम को टेनिस, गोल्फ, बैडमिण्टन जैसे खेल खेलते हैं। प्रीतेका राव की एथलेटिक खेलों में भाग लेने में विशेष रुचि है। सम्भवतः प्रीतेका राव ने खेलों में कई पुरुस्कार जीते होंगे। जहां तक कि खेलों का प्रश्न है,प्रीतेका राव की जीवन-ऊर्जा आश्चर्यजनक है।