पुरुषोत्तम दास टंडन
Aug 01, 1882
18:30:00
prayag
81 E 51
25 N 27
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
क्योंकि पुरुषोत्तम दास टंडन सिक्के के दौनों पहलू देखना जानते हैं,विधि एवं कानून पुरुषोत्तम दास टंडन के लिये सर्वोत्तम कार्यक्षेत्र हैं। पुरुषोत्तम दास टंडन श्रमिक-मध्यस्थ की तरह या ऐसा कोई भी कार्यक्षेत्र जहां पुरुषोत्तम दास टंडन के पास शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने का कार्य हो, बेहतर करेंगे। पुरुषोत्तम दास टंडन उन कार्यक्षेत्रों से दूर रहें जहां पुरुषोत्तम दास टंडन को तुरन्त एवं बारम्बार निर्णय लेना पड़ता हो क्योंकि ऐसा करने में पुरुषोत्तम दास टंडन को कठनाई महसूस होगी।
पुरुषोत्तम दास टंडन के पास अद्भुत स्मरण शक्ति, बेहतर स्वास्थ्य एवंपुरुषोत्तम दास टंडन के चरित्र में एक विशेष आकर्षण है। यह निश्चित तौर पर इंगित करता है कि पुरुषोत्तम दास टंडन नेतृत्व करने के लिये ही पैदा हुए हैं। चाहे पुरुषोत्तम दास टंडन का कार्यक्षेत्र कोई भी क्यों न हो, पुरुषोत्तम दास टंडन उसमें बेहतर करेंगे। परन्तु जब पुरुषोत्तम दास टंडन छोटे पद से वरिष्ठ पद की ओर बढेंगे तथा यदि पदोन्नति मन्द होगी, तो पुरुषोत्तम दास टंडन निराश हो जाएंगे और कुछ गलत बोलकर पुरुषोत्तम दास टंडन अपने हाथ आए हुए अवसर को खो देंगे। एक बार पुरुषोत्तम दास टंडन वरिष्ठ पद पर पहुँच गये, पुरुषोत्तम दास टंडन दृढ़ता से स्वयं को स्थापित कर पाएंगे। इससे यह स्पष्ट होता है कि पुरुषोत्तम दास टंडन उच्च पद पर अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन करेंगे। निश्चय ही, हमारी यह सलाह है कि आरम्भिक समय में पुरुषोत्तम दास टंडन आगे बढ़ने के प्रति सचेत रहें।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में पुरुषोत्तम दास टंडन आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन पुरुषोत्तम दास टंडन के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने पुरुषोत्तम दास टंडन को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। पुरुषोत्तम दास टंडन को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। पुरुषोत्तम दास टंडन अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि पुरुषोत्तम दास टंडन को पास पुरुषोत्तम दास टंडन की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो पुरुषोत्तम दास टंडन धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। पुरुषोत्तम दास टंडन उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।