रघुराज प्रताप सिंह
Oct 31, 1967
12:0:00
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जहां तक रघुराज प्रताप सिंह जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। रघुराज प्रताप सिंह प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि रघुराज प्रताप सिंह ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो रघुराज प्रताप सिंह अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, रघुराज प्रताप सिंह उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
स्वास्थ्य के बारे में रघुराज प्रताप सिंह को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि रघुराज प्रताप सिंह की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन रघुराज प्रताप सिंह को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े रघुराज प्रताप सिंह के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी रघुराज प्रताप सिंह को परेशानी दे सकते हैं। रघुराज प्रताप सिंह सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
यात्रा रघुराज प्रताप सिंह के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि रघुराज प्रताप सिंह के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।रघुराज प्रताप सिंह को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि रघुराज प्रताप सिंह को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।