रजत शर्मा
Feb 18, 1957
00:00:00
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
रजत शर्मा जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, रजत शर्मा की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, रजत शर्मा को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। रजत शर्मा ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। रजत शर्मा का घर रजत शर्मा के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। रजत शर्मा सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर रजत शर्मा कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर रजत शर्मा प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, रजत शर्मा अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां रजत शर्मा के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
रजत शर्मा की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन रजत शर्मा स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण रजत शर्मा की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। रजत शर्मा अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, रजत शर्मा जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें रजत शर्मा की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो रजत शर्मा खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
रजत शर्मा अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, रजत शर्मा घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। रजत शर्मा एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।