राम नारायण
Dec 25, 1927
4:00:00
Udaipur
73 E 44
24 N 36
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
प्रेम राम नारायण के जीवन में समय से पूर्व आएगा और जब यह आएगा, तो राम नारायण के ऊपर काफी जोशीला प्रभाव डालेगा। लेकिन बड़ी ज्वालाएं शीघ्र बुझती हैं, अर्थात् अन्तिम प्रेम प्राप्त करने पूर्व कई बार विफल होंगे। सम्भवतः राम नारायण का विवाह शीघ्र नहीं होगा, तथापि यह सुखद होगा।
राम नारायण के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, राम नारायण स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर राम नारायण जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र राम नारायण के शरीर का ऐसा भाग है, जो राम नारायण को सर्वाधिक परेशानी देगा। राम नारायण को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। राम नारायण को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी राम नारायण को यह सलाह है कि राम नारायण पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। राम नारायण की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण राम नारायण जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरराम नारायण युवा-मण्डली में रहते हैं, तो राम नारायण कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
यात्रा राम नारायण के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि राम नारायण के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।राम नारायण को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि राम नारायण को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।