रत्नाकर पाई
Aug 17, 1928
21:16:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
रत्नाकर पाई प्रेम को बड़ी गम्भीरता से लेते हैं। वस्तुतः, रत्नाकर पाई से पाने का प्रयास इस तरह करते हैं, कि रत्नाकर पाई का प्रिय उससे भयभीत हो सकता है। एकबार प्रेम की निर्बाध धारा प्रवाहित होना प्रारम्भ हो जाए, रत्नाकर पाई दर्शाते हैं कि रत्नाकर पाई का लगाव गहरा व वास्तविक है। रत्नाकर पाई एक सहानुभूतिपूर्ण जीवनसाथी हैं और जिससे रत्नाकर पाई विवाह करेंगे, वह रत्नाकर पाई का अखण्ड प्रेम प्राप्त करेगा। हांलाकि रत्नाकर पाई उससे यह उम्मीद करते हैं कि वह रत्नाकर पाई की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुने, परन्तु रत्नाकर पाई के अन्दर दूसरों की बात को ध्यान से सुनने का धैर्य नहीं है।
सबसे ऊपर रत्नाकर पाई अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। रत्नाकर पाई इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, रत्नाकर पाई की प्रकृति इस प्रकार है कि रत्नाकर पाई के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर रत्नाकर पाई के लिये खराब है व जल्दबाजी रत्नाकर पाई के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः रत्नाकर पाई शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। रत्नाकर पाई को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रत्नाकर पाई को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
रत्नाकर पाई मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला रत्नाकर पाई के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। रत्नाकर पाई अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। रत्नाकर पाई पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। रत्नाकर पाई का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।