रवि शास्त्री
May 27, 1962
6:27:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
रवि शास्त्री को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जिसमें रवि शास्त्री समूह में काम करते हों और जहाँ कार्य सम्पन्न करने की समय-सीमा अनिश्चित हो।रवि शास्त्री को कोई ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए, जहाँ सहभागिता से काम होता हो,उदाहरणार्थ समूह का नेतृत्व करना आदि।
रवि शास्त्री जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो रवि शास्त्री बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः रवि शास्त्री को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। रवि शास्त्री को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें रवि शास्त्री को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि रवि शास्त्री स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र रवि शास्त्री को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें रवि शास्त्री को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो रवि शास्त्री के अनुकूल भी है। रवि शास्त्री के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि रवि शास्त्री को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय रवि शास्त्री नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
रवि शास्त्री सभी प्रकार से पैसा बनाने की क्षमता रखते हैं फिर चाहे वह उद्योग हो, व्यापार हो या दूसरों को नौकरी देना हो। रवि शास्त्री हर परेशानी से निकलने का रास्ता जानते हैं और रवि शास्त्री जीवन में जो भी मार्ग चुनेंगे, उसके प्रति कृतसंकल्प रहेंगे। रवि शास्त्री अपने सभी प्रकार के कार्यों में बड़े जोखिम उठाने वाले हैं। रवि शास्त्री जीवन को खेल की तरह ज्यादा लेते हैं बजाय कि गम्भीरता से लेने के। व्यापक स्तर पर भाग्य रवि शास्त्री का जीवन के उत्तरार्ध में साथ देगा। रवि शास्त्री को वित्तीय सम्बन्धों की चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक बार रवि शास्त्री के जीवन का प्रारम्भिक भाग पूर्ण हो जाए, रवि शास्त्री उस समय में रखी हुई बुनियाद का पूरा फायदा उठाएंगे। रवि शास्त्री को जीवन में धन व पद प्राप्त होगा।