रविचंद्रन अश्विन
Sep 17, 1986
12:00:00
Madras
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
रविचंद्रन अश्विन का स्वाभाव ऐसा है कि रविचंद्रन अश्विन प्रेम और मित्रता के बगैर रह नहीं सकते हैं। अतः रविचंद्रन अश्विन का विवाह जल्दी हो जाएगा यद्यपि रविचंद्रन अश्विन के विवाह से पहले एकाधिक प्रेम होंगे। परन्तु विवाहोपरान्त रविचंद्रन अश्विन एक बहुत अच्छे जीवनसाथी साबित होंगे। रविचंद्रन अश्विन स्वाभाव से अत्यधिक ‘रोमान्टिक‘ हैं। यह रविचंद्रन अश्विन की प्रेम इच्छा को और अधिक गहराई देगा, और रविचंद्रन अश्विन आघ्यात्मिक होकर प्रेम की नई परिभाषा खोजेंगे।
रविचंद्रन अश्विन के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, रविचंद्रन अश्विन स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर रविचंद्रन अश्विन जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र रविचंद्रन अश्विन के शरीर का ऐसा भाग है, जो रविचंद्रन अश्विन को सर्वाधिक परेशानी देगा। रविचंद्रन अश्विन को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। रविचंद्रन अश्विन को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी रविचंद्रन अश्विन को यह सलाह है कि रविचंद्रन अश्विन पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। रविचंद्रन अश्विन की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण रविचंद्रन अश्विन जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगररविचंद्रन अश्विन युवा-मण्डली में रहते हैं, तो रविचंद्रन अश्विन कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
फुरसत के लम्हे रविचंद्रन अश्विन के लिये विशेष महत्व रखता है तथा रविचंद्रन अश्विन उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे रविचंद्रन अश्विन कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह रविचंद्रन अश्विन की बुद्धिमत्ता है, कि रविचंद्रन अश्विन अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। रविचंद्रन अश्विन थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य रविचंद्रन अश्विन को पसन्द हैं।