रीता हेवर्थ
Oct 17, 1918
19:22:0
New york
74 W 0
40 N 42
-5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
प्रेम सम्बन्धों में भी रीता हेवर्थ उतने ही ऊर्जावान होंगे, जितने कि रीता हेवर्थ काम एवं खेल में हैं। एक बार रीता हेवर्थ प्यार में पड़ गये, तो रीता हेवर्थ अपने चहेते को प्रतिपल अपने पास रखना चाहेंगे। हालांकि रीता हेवर्थ अपने कार्य की अनदेखी नहीं करेंगे, परन्तु एक बार वो खत्म हो गया तो रीता हेवर्थ अपने प्रिय से मिलने को निकल पड़ेंगे। जब रीता हेवर्थ का विवाह हो जाएगा तो रीता हेवर्थ अपने घर पर अधिक ध्यान देंगे। रीता हेवर्थ अक्सर जीवनसाथी की व्यापारिक मामलों में मदद करेंगे।
रीता हेवर्थ की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन रीता हेवर्थ स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण रीता हेवर्थ की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। रीता हेवर्थ अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, रीता हेवर्थ जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें रीता हेवर्थ की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो रीता हेवर्थ खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
रीता हेवर्थ के कई शौक हैं और रीता हेवर्थ इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही रीता हेवर्थ धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर रीता हेवर्थ कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। रीता हेवर्थ जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः रीता हेवर्थ की अभिरुचियां रीता हेवर्थ को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही रीता हेवर्थ को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।