एस जे सूर्ययाह
Jul 20, 1968
12:00:00
Vasudevanallur
77 E 24
9 N 14
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
एस जे सूर्ययाह के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः एस जे सूर्ययाह विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, एस जे सूर्ययाह प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस एस जे सूर्ययाह के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति एस जे सूर्ययाह का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार एस जे सूर्ययाह विवाह बन्धन में बंध गये, तो एस जे सूर्ययाह इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
एस जे सूर्ययाह की आयु भाग्य से अधिक स्वयं एस जे सूर्ययाह के ऊपर निर्भर करती है। एस जे सूर्ययाह के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि एस जे सूर्ययाह ऐसा चाहते हैं तो एस जे सूर्ययाह को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि एस जे सूर्ययाह का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु एस जे सूर्ययाह के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर एस जे सूर्ययाह अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन एस जे सूर्ययाह के लिये सर्वोत्तम है।
एस जे सूर्ययाह के कई शौक हैं और एस जे सूर्ययाह इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही एस जे सूर्ययाह धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर एस जे सूर्ययाह कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। एस जे सूर्ययाह जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः एस जे सूर्ययाह की अभिरुचियां एस जे सूर्ययाह को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही एस जे सूर्ययाह को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।