साई धंशिका
Nov 20, 1989
12:00:00
Thanjavur
79 E 9
10 N 46
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
क्योंकि साई धंशिका सिक्के के दौनों पहलू देखना जानते हैं,विधि एवं कानून साई धंशिका के लिये सर्वोत्तम कार्यक्षेत्र हैं। साई धंशिका श्रमिक-मध्यस्थ की तरह या ऐसा कोई भी कार्यक्षेत्र जहां साई धंशिका के पास शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने का कार्य हो, बेहतर करेंगे। साई धंशिका उन कार्यक्षेत्रों से दूर रहें जहां साई धंशिका को तुरन्त एवं बारम्बार निर्णय लेना पड़ता हो क्योंकि ऐसा करने में साई धंशिका को कठनाई महसूस होगी।
साई धंशिका का मानवीय स्वभाव और दूसरों के दुःख-दर्द दूर करने की इच्छा के कारण चिकित्सा कार्यक्षेत्र या ‘नर्सिंग‘ (यदि साई धंशिका स्त्री हैं) साई धंशिका के लिये उपयुक्त है। इन दोनों में ही साई धंशिका अपनी आकांक्षा को प्राप्त कर पाएंगे और संसार में निश्चय ही अच्छा एवं उपयोगी कार्य कर पाएंगे। यदि साई धंशिका ये कार्यक्षेत्र नहीं भी अपना पाते हैं, तो भी साई धंशिका के मिजाज के अनुरूप अन्य कई सम्भावनाएं हैं। एक शिक्षक के तौर पर साई धंशिका बहुत अच्छा कार्य कर सकते हैं। एक प्रबन्धक के तौर पर साई धंशिका अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ठीक ढंग से कर पाएंगे औैर साई धंशिका के सहकर्मी साई धंशिका के आदेशानुसार कार्य करेंगे,क्योंकि वे जानते हैं कि साई धंशिका एक अच्छे मित्र हैं। इसके अलावा भी साई धंशिका विभिन्न कार्यक्षेत्रों में अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं, मुख्यतः साहित्यिक एवं कलात्मक अभिव्यक्ति, जिसका मिश्रण साई धंशिका को एक बेहतर लेखक बनाता है। साई धंशिका टीवी और फिल्म के लिये एक बेहतर अभिनेता भी हो सकते हैं। यदि साई धंशिका इस तरह के कार्य क्षेत्रों का चुनाव करते हैं, तो साई धंशिका अपने धन व समय को सामाजिक कार्यों में भी लगाएंगे।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में साई धंशिका आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन साई धंशिका के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने साई धंशिका को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। साई धंशिका को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। साई धंशिका अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि साई धंशिका को पास साई धंशिका की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो साई धंशिका धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। साई धंशिका उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।