शैखोम मिराबाई चानू
Aug 8, 1994
12:0:0
Imphal
93 E 55
24 N 47
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शैखोम मिराबाई चानू का स्वाभाव ऐसा है कि शैखोम मिराबाई चानू प्रेम और मित्रता के बगैर रह नहीं सकते हैं। अतः शैखोम मिराबाई चानू का विवाह जल्दी हो जाएगा यद्यपि शैखोम मिराबाई चानू के विवाह से पहले एकाधिक प्रेम होंगे। परन्तु विवाहोपरान्त शैखोम मिराबाई चानू एक बहुत अच्छे जीवनसाथी साबित होंगे। शैखोम मिराबाई चानू स्वाभाव से अत्यधिक ‘रोमान्टिक‘ हैं। यह शैखोम मिराबाई चानू की प्रेम इच्छा को और अधिक गहराई देगा, और शैखोम मिराबाई चानू आघ्यात्मिक होकर प्रेम की नई परिभाषा खोजेंगे।
शैखोम मिराबाई चानू बेहतर स्वास्थ्य के स्वामी हैं। शैखोम मिराबाई चानू में पर्याप्त अन्तः-शक्ति है तथा यह वृद्धावस्था तक कायम रहेगी, यदि शैखोम मिराबाई चानू खुली हवा में पर्याप्त व्यायाम लेते हैं। लेकिन इसकी अधिकता से बचें। यदि शैखोम मिराबाई चानू इसे जरूरत से ज्यादा करेंगे, तो शैखोम मिराबाई चानू श्वसन सम्बन्धी परेशानी महसूस कर सकते हैं। शैखोम मिराबाई चानू पैंतालीस की आयु के पश्चात् कमर दर्द एवं गठिया से पीडि़त हो सकते हैं। इन बीमारियों का कारण पता करना कठिन है, पर यह रात की हवा जोड़ों पर लगने के कारण सम्भव है।
शैखोम मिराबाई चानू के कई शौक हैं और शैखोम मिराबाई चानू इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही शैखोम मिराबाई चानू धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर शैखोम मिराबाई चानू कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। शैखोम मिराबाई चानू जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः शैखोम मिराबाई चानू की अभिरुचियां शैखोम मिराबाई चानू को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही शैखोम मिराबाई चानू को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।