संबित पात्रा
Dec 13, 1974
00:00:00
Cuttack
85 E 56
20 N 26
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संबित पात्रा जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, संबित पात्रा की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, संबित पात्रा को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। संबित पात्रा ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। संबित पात्रा का घर संबित पात्रा के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। संबित पात्रा सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर संबित पात्रा कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर संबित पात्रा प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, संबित पात्रा अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां संबित पात्रा के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
सबसे ऊपर संबित पात्रा अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। संबित पात्रा इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, संबित पात्रा की प्रकृति इस प्रकार है कि संबित पात्रा के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर संबित पात्रा के लिये खराब है व जल्दबाजी संबित पात्रा के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः संबित पात्रा शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। संबित पात्रा को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। संबित पात्रा को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
संबित पात्रा के कई शौक हैं और संबित पात्रा इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही संबित पात्रा धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर संबित पात्रा कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। संबित पात्रा जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः संबित पात्रा की अभिरुचियां संबित पात्रा को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही संबित पात्रा को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।