संगिता घोष
Aug 18, 1976
12:0:0
Shivpuri
77 E 39
25 N 26
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संगिता घोष के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः संगिता घोष विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, संगिता घोष प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस संगिता घोष के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति संगिता घोष का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार संगिता घोष विवाह बन्धन में बंध गये, तो संगिता घोष इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य के बारे में संगिता घोष को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि संगिता घोष की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन संगिता घोष को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े संगिता घोष के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी संगिता घोष को परेशानी दे सकते हैं। संगिता घोष सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
फुरसत के लम्हे संगिता घोष के लिये विशेष महत्व रखता है तथा संगिता घोष उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे संगिता घोष कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह संगिता घोष की बुद्धिमत्ता है, कि संगिता घोष अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। संगिता घोष थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य संगिता घोष को पसन्द हैं।