सरन्या मोहन
Feb 9, 1989
12:00:0
Alappuzha
76 E 20
9 N 28
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सरन्या मोहन अपने कर्तव्यों को गम्भीरता पूर्वक लेते हैं,परिणामस्वरूप सरन्या मोहन महत्वाकांक्षी हैं और सरन्या मोहन के वरिष्ठकर्मी सरन्या मोहन को अतिरिक्त जिम्मेदारी देंगे। अतः सरन्या मोहन को अपने भविष्य के लिये नेतृत्व से जुड़ा क्षेत्र चुनना चाहिए।
सरन्या मोहन जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो सरन्या मोहन बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः सरन्या मोहन को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। सरन्या मोहन को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें सरन्या मोहन को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि सरन्या मोहन स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र सरन्या मोहन को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें सरन्या मोहन को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो सरन्या मोहन के अनुकूल भी है। सरन्या मोहन के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि सरन्या मोहन को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय सरन्या मोहन नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
सरन्या मोहन वित्त मामलों में भाग्यशाली हैं व सरन्या मोहन को जीवन में पर्याप्त धन प्राप्त होगा। सरन्या मोहन को सट्टेबाजी से सावधान रहना चाहिये, ठोस निकायों में ही निवेश करना चाहिये व व्यापार या उद्योग लगाना चाहिये। सरन्या मोहन आर्थिक मामलों मे अपेक्षाकृत अधिक भाग्यशाली हैं, सरन्या मोहन को पर्याप्त धन व अवसरों की प्राप्ति होगी। यदि सरन्या मोहन को व्यापार करना पड़े तो सरन्या मोहन को जीवन के वैभवशाली पक्ष से ज्यादा प्राप्ति होगी उदाहरणार्थ गृह सज्जा, भोजन, भव्य परिधान, फूल सम्बन्धी कार्य, रेस्टारैन्ट व होटल आदि। सरन्या मोहन का दिमाग एक अलग श्रेणी का गतिशील है, बहु-आयामी है, अतः सरन्या मोहन रोजमर्रा के कार्य से जल्दि ही थक जाते हैं।