सरावनन शिवकुमार
Jul 23, 1975
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सरावनन शिवकुमार के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सरावनन शिवकुमार विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सरावनन शिवकुमार प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सरावनन शिवकुमार के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सरावनन शिवकुमार का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सरावनन शिवकुमार विवाह बन्धन में बंध गये, तो सरावनन शिवकुमार इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सरावनन शिवकुमार की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन सरावनन शिवकुमार स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण सरावनन शिवकुमार की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। सरावनन शिवकुमार अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, सरावनन शिवकुमार जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें सरावनन शिवकुमार की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो सरावनन शिवकुमार खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
फुरसत के लम्हे सरावनन शिवकुमार के लिये विशेष महत्व रखता है तथा सरावनन शिवकुमार उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे सरावनन शिवकुमार कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह सरावनन शिवकुमार की बुद्धिमत्ता है, कि सरावनन शिवकुमार अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। सरावनन शिवकुमार थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य सरावनन शिवकुमार को पसन्द हैं।