सास्वत चटर्जी
Dec 19, 1970
12:0:0
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जहां तक सास्वत चटर्जी जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। सास्वत चटर्जी प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि सास्वत चटर्जी ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो सास्वत चटर्जी अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, सास्वत चटर्जी उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
सास्वत चटर्जी शारीरिक रूप से शक्तिशाली हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कार्य सास्वत चटर्जी की समस्या है। सास्वत चटर्जी जो भी कुछ करते हैं, बहुत ज्यादा मानसिक दवाब में करते हैं, अन्ततः सास्वत चटर्जी अपने कर्म का पूर्ण फल प्राप्त करते हैं। अपने बॉस के द्वारा प्रशंसा की गई स्थिति के बाद ज्यादा उत्तेजित ना हों । सास्वत चटर्जी को अपने कार्यो मे शान्ति बरतनी चाहिये, जीवन में और भी मिठास दिखाई देगा । सैर व भोजन में थोड़ा अधिक समय देना चाहिये। जितना संभव हो सके अपने अंदर के आलस को दूर करें और साथ ही ओवरटाइम’ कार्य के प्रति सजग भी रह सकते हैं । लम्बी छुट्टियाँ लेने से बचें । जब बीमारी आएगी, तो सास्वत चटर्जी का हृदय सास्वत चटर्जी को परेशानी देने वाला प्रथम अंग होगा। जिसे सास्वत चटर्जी दूर करने में सजग रहेंगे। यदि सास्वत चटर्जी ने अत्यधिक कार्य किया है तो समाज सास्वत चटर्जी को सम्मानित करेगा ।
‘आउटडोर‘ सास्वत चटर्जी के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और सास्वत चटर्जी इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि सास्वत चटर्जी उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। सास्वत चटर्जी खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि सास्वत चटर्जी को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि सास्वत चटर्जी तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। सास्वत चटर्जी पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा सास्वत चटर्जी ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।