सायंतनी घोष
Sep 6, 1985
12:0:0
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सायंतनी घोष अपने व्यावसायिक जीवन में जिद्दी स्वभाव के एवं स्वयं निर्णय लेने वाले हैं। सायंतनी घोष अनुकरण करने वाले की बजाय नेतृत्व करने वाले होंगे। सायंतनी घोष सम्याओं को उद्देश्यपूर्ण तरीक से देखें और सिर्फ अपनी जिद के कारण ही निणर्य न लें, अन्यथा ये सायंतनी घोष की सफलता के मार्ग में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
सायंतनी घोष का मानवीय स्वभाव और दूसरों के दुःख-दर्द दूर करने की इच्छा के कारण चिकित्सा कार्यक्षेत्र या ‘नर्सिंग‘ (यदि सायंतनी घोष स्त्री हैं) सायंतनी घोष के लिये उपयुक्त है। इन दोनों में ही सायंतनी घोष अपनी आकांक्षा को प्राप्त कर पाएंगे और संसार में निश्चय ही अच्छा एवं उपयोगी कार्य कर पाएंगे। यदि सायंतनी घोष ये कार्यक्षेत्र नहीं भी अपना पाते हैं, तो भी सायंतनी घोष के मिजाज के अनुरूप अन्य कई सम्भावनाएं हैं। एक शिक्षक के तौर पर सायंतनी घोष बहुत अच्छा कार्य कर सकते हैं। एक प्रबन्धक के तौर पर सायंतनी घोष अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ठीक ढंग से कर पाएंगे औैर सायंतनी घोष के सहकर्मी सायंतनी घोष के आदेशानुसार कार्य करेंगे,क्योंकि वे जानते हैं कि सायंतनी घोष एक अच्छे मित्र हैं। इसके अलावा भी सायंतनी घोष विभिन्न कार्यक्षेत्रों में अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं, मुख्यतः साहित्यिक एवं कलात्मक अभिव्यक्ति, जिसका मिश्रण सायंतनी घोष को एक बेहतर लेखक बनाता है। सायंतनी घोष टीवी और फिल्म के लिये एक बेहतर अभिनेता भी हो सकते हैं। यदि सायंतनी घोष इस तरह के कार्य क्षेत्रों का चुनाव करते हैं, तो सायंतनी घोष अपने धन व समय को सामाजिक कार्यों में भी लगाएंगे।
सायंतनी घोष के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः सायंतनी घोष की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।सायंतनी घोष एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। सायंतनी घोष के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान सायंतनी घोष के कई शत्रु बन सकते हैं। सायंतनी घोष के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और सायंतनी घोष के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि सायंतनी घोष अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या सायंतनी घोष के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से सायंतनी घोष के हाथ से जा सकते हैं। अतः सायंतनी घोष को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।