शंकर लालवानी
Dec 30, 1969
00:00:00
Indore
75 E 54
22 N 42
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शंकर लालवानी जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, शंकर लालवानी की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, शंकर लालवानी को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। शंकर लालवानी ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। शंकर लालवानी का घर शंकर लालवानी के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। शंकर लालवानी सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर शंकर लालवानी कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर शंकर लालवानी प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, शंकर लालवानी अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां शंकर लालवानी के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
जबकि शंकर लालवानी हृष्ट-पुष्ट नहीं हैं, कुछ ऐसे कारण हैं, जो शंकर लालवानी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सोचने के लिये बाध्य करते हैं। शंकर लालवानी की मुख्य बीमारी वास्तविक के स्थान पर काल्पनिक होगी, तथापि यह शंकर लालवानी के लिये अनावश्यक उत्तेजना का कारण बनेगी। शंकर लालवानी अपने अन्दर बार-बार झांकते हैं व आश्चर्य करते हैं कि ऐसा क्यों हुआ, जबकि वास्तविकता में दुबारा भी सोचने वाली कोई बात नहीं होती है। शंकर लालवानी चिकित्सा सम्बन्धी पुस्तकें पढ़ते हैं और स्वतः ही खतरनाक बीमारी के लक्षण इजाद कर लेते हैं। शंकर लालवानी क कभी-कभी गले की समस्या से पीडि़त हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा बताई गईं दवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रकार की दवाओं का सेवन न करें। हमारी शंकर लालवानी को सलाह है कि नैसर्गिक जीवन जिएं, पर्याप्त नींद लें, पर्याप्त व्यायाम करें तथा विचारपूर्वक भोजन करें।
शंकर लालवानी के कई शौक हैं और शंकर लालवानी इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही शंकर लालवानी धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर शंकर लालवानी कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। शंकर लालवानी जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः शंकर लालवानी की अभिरुचियां शंकर लालवानी को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही शंकर लालवानी को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।