शारदा सिन्हा
Oct 9, 1952
12:0:0
Samastipur
85 E 47
25 N 52
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शारदा सिन्हा के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः शारदा सिन्हा विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, शारदा सिन्हा प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस शारदा सिन्हा के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति शारदा सिन्हा का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार शारदा सिन्हा विवाह बन्धन में बंध गये, तो शारदा सिन्हा इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
शारदा सिन्हा को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। शारदा सिन्हा को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही शारदा सिन्हा के लिये ठीक नहीं हैं। शारदा सिन्हा सूर्य से बचें, विशेषतः यदि शारदा सिन्हा को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण शारदा सिन्हा के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में शारदा सिन्हा को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह शारदा सिन्हा के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि शारदा सिन्हा समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय शारदा सिन्हा अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण शारदा सिन्हा की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही शारदा सिन्हा अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
शारदा सिन्हा की अभिरुचियां शारीरिक से अधिक बौद्धिक होंगी। शारदा सिन्हा उनमें पर्याप्त सफल होंगे। शारदा सिन्हा एक बहुत अच्छे शतरंज के खिलाड़ी बन सकते हैं।यदि ताश शारदा सिन्हा को आकर्षित करते हैं, तो शारदा सिन्हा ‘ब्रिज’ में बहुत अच्छे होंगे।