शर्मिला टैगोर
Dec 08, 1944
23:45:00
Kanpur
85 E 15
20 N 25
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
शर्मिला टैगोर प्रेम को बड़ी गम्भीरता से लेते हैं। वस्तुतः, शर्मिला टैगोर से पाने का प्रयास इस तरह करते हैं, कि शर्मिला टैगोर का प्रिय उससे भयभीत हो सकता है। एकबार प्रेम की निर्बाध धारा प्रवाहित होना प्रारम्भ हो जाए, शर्मिला टैगोर दर्शाते हैं कि शर्मिला टैगोर का लगाव गहरा व वास्तविक है। शर्मिला टैगोर एक सहानुभूतिपूर्ण जीवनसाथी हैं और जिससे शर्मिला टैगोर विवाह करेंगे, वह शर्मिला टैगोर का अखण्ड प्रेम प्राप्त करेगा। हांलाकि शर्मिला टैगोर उससे यह उम्मीद करते हैं कि वह शर्मिला टैगोर की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुने, परन्तु शर्मिला टैगोर के अन्दर दूसरों की बात को ध्यान से सुनने का धैर्य नहीं है।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि शर्मिला टैगोर हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि शर्मिला टैगोर दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि शर्मिला टैगोर अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
फुरसत के लम्हे शर्मिला टैगोर के लिये विशेष महत्व रखता है तथा शर्मिला टैगोर उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे शर्मिला टैगोर कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह शर्मिला टैगोर की बुद्धिमत्ता है, कि शर्मिला टैगोर अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। शर्मिला टैगोर थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य शर्मिला टैगोर को पसन्द हैं।