शशांक मनोहर
Sep 29, 1957
12:0:0
Nagpur
79 E 12
21 N 10
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शशांक मनोहर के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः शशांक मनोहर विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, शशांक मनोहर प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस शशांक मनोहर के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति शशांक मनोहर का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार शशांक मनोहर विवाह बन्धन में बंध गये, तो शशांक मनोहर इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
शशांक मनोहर की आयु भाग्य से अधिक स्वयं शशांक मनोहर के ऊपर निर्भर करती है। शशांक मनोहर के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि शशांक मनोहर ऐसा चाहते हैं तो शशांक मनोहर को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि शशांक मनोहर का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु शशांक मनोहर के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर शशांक मनोहर अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन शशांक मनोहर के लिये सर्वोत्तम है।
यात्रा शशांक मनोहर के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि शशांक मनोहर के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।शशांक मनोहर को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि शशांक मनोहर को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।