शहनाज़ कौर गिल
Jan 27, 1993
05:30:00
Amritsar
74 E 56
31 N 35
5.5
Internet
संदर्भ (स.)
शहनाज़ कौर गिल जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, शहनाज़ कौर गिल की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, शहनाज़ कौर गिल को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। शहनाज़ कौर गिल ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। शहनाज़ कौर गिल का घर शहनाज़ कौर गिल के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। शहनाज़ कौर गिल सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर शहनाज़ कौर गिल कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर शहनाज़ कौर गिल प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, शहनाज़ कौर गिल अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां शहनाज़ कौर गिल के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
शहनाज़ कौर गिल की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन शहनाज़ कौर गिल स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण शहनाज़ कौर गिल की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। शहनाज़ कौर गिल अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, शहनाज़ कौर गिल जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें शहनाज़ कौर गिल की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो शहनाज़ कौर गिल खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
शहनाज़ कौर गिल अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, शहनाज़ कौर गिल घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। शहनाज़ कौर गिल एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।