शोभना
Mar 21, 1966
12:0:0
Thiruvananthapuram
76 E 55
8 N 29
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शोभना कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना शोभना को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां शोभना अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
शोभना जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो शोभना बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः शोभना को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। शोभना को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें शोभना को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि शोभना स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र शोभना को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें शोभना को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो शोभना के अनुकूल भी है। शोभना के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि शोभना को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय शोभना नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
शोभना की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो शोभना का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। शोभना को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। शोभना धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। शोभना आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन शोभना उसे रोक नहीं पाते हैं। शोभना के विचार व युक्तियाँ शोभना की पीढी से आगे के होते हैं। शोभना को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये शोभना को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार शोभना के लिये श्रेष्ठ हैं।