शोभा डी
Jan 7, 1948
7:21:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Finance And Profession (Raj Kumar)
शोभा डी के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और शोभा डी को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने शोभा डी में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि शोभा डी ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो शोभा डी के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि शोभा डी अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
शोभा डी की ऊर्जा एवं शक्ति शोभा डी के व्यक्तित्व का एक विशेष गुण है। जब अन्य लोग सोच रहे होते है तब शोभा डी कर रहे होते हैं और ‘जो पहले आवे सो पावे‘। शोभा डी को ऐसे सभी कार्यक्षेत्रों को भूल जान चाहिये जहां सूट-बूट एवं दिखावे का बोलबाला हो। शोभा डी ऐसी वाह्य गुणों से परे कहीं अधिक व्यावहारिक हैं। यहां तक कि वे शोभा डी को व्यग्र कर देती हैं। शोभा डी जमीन से जुड़े एक कार्यशील व्यक्ति हैं जो सबकुछ करने के लिये सदैव तत्पर रहता है। शोभा डी सच्चे जीवन और फिल्मी पर्दे दोनों में एक अन्वेषक की भूमिका बखूबी कर सकते हैं। शोभा डी एक ‘सर्जन‘ की तरह बेहतर कार्य कर सकते हैं बजाय कि एक वित्तीय सलाहकार के। ऐसा कोई भी कार्य जहां कुछ बनाने की कला कि आवश्यकता होती है शोभा डी वहां सफल हो सकते हैं। इंजीनियरिंग इस प्रकार का एक कार्यक्षेत्र कहा जा सकता है। समुद्र सम्बन्धी ऐसे कई कार्य हैं जो शोभा डी के लिये पूर्णतः उपयुक्त हैं। शोभा डी के अन्दर एक वायुयान-चालक सरीखा साहस है। जमीन से जुड़ी हुई शोभा डी की ऊर्जा के अनुरूप भी कई कार्यक्षेत्र हैं। शोभा डी सिर्फ एक बेहतरीन किसान ही नहीं हो सकते बल्कि शोभा डी एक बेहतर सर्वेक्षक, खदान इंजीनियर या खदान-अन्वेषक भी हो सकते हैं।
शोभा डी की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो शोभा डी का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। शोभा डी को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। शोभा डी धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। शोभा डी आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन शोभा डी उसे रोक नहीं पाते हैं। शोभा डी के विचार व युक्तियाँ शोभा डी की पीढी से आगे के होते हैं। शोभा डी को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये शोभा डी को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार शोभा डी के लिये श्रेष्ठ हैं।