श्वेता प्रसाद
Jan 11, 1991
12:0:0
Jamshedpur
86 E 12
22 N 47
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सामान्यतः, श्वेता प्रसाद अपने जीवन साथी के सम्बन्ध में बहुत ही फिक्रमन्द हैं। श्वेता प्रसाद वैवाहिक जीवन में गल्तियों से भयभीत रहते हैं, यही कारण है कि इस मामले में श्वेता प्रसाद अत्यन्त ही सजग रहते हैं। परिणामस्वरूप, श्वेता प्रसाद औसत समय की अपेक्षा देर से विवाह करेंगे। लेकिन विवाह के बाद श्वेता प्रसाद एक खुशहाल व समर्पित जीवनसाथी होंगे।
श्वेता प्रसाद के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, श्वेता प्रसाद स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर श्वेता प्रसाद जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र श्वेता प्रसाद के शरीर का ऐसा भाग है, जो श्वेता प्रसाद को सर्वाधिक परेशानी देगा। श्वेता प्रसाद को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। श्वेता प्रसाद को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी श्वेता प्रसाद को यह सलाह है कि श्वेता प्रसाद पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। श्वेता प्रसाद की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण श्वेता प्रसाद जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरश्वेता प्रसाद युवा-मण्डली में रहते हैं, तो श्वेता प्रसाद कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
‘आउटडोर‘ श्वेता प्रसाद के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और श्वेता प्रसाद इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि श्वेता प्रसाद उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। श्वेता प्रसाद खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि श्वेता प्रसाद को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि श्वेता प्रसाद तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। श्वेता प्रसाद पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा श्वेता प्रसाद ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।