स्नेह राणा
Feb 18, 1994
00:00:00
Dehradun
78 E 1
30 N 19
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
प्रेम सम्बन्धों में भी स्नेह राणा उतने ही ऊर्जावान होंगे, जितने कि स्नेह राणा काम एवं खेल में हैं। एक बार स्नेह राणा प्यार में पड़ गये, तो स्नेह राणा अपने चहेते को प्रतिपल अपने पास रखना चाहेंगे। हालांकि स्नेह राणा अपने कार्य की अनदेखी नहीं करेंगे, परन्तु एक बार वो खत्म हो गया तो स्नेह राणा अपने प्रिय से मिलने को निकल पड़ेंगे। जब स्नेह राणा का विवाह हो जाएगा तो स्नेह राणा अपने घर पर अधिक ध्यान देंगे। स्नेह राणा अक्सर जीवनसाथी की व्यापारिक मामलों में मदद करेंगे।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि स्नेह राणा हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि स्नेह राणा दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि स्नेह राणा अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
स्नेह राणा के कई शौक हैं और स्नेह राणा इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही स्नेह राणा धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर स्नेह राणा कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। स्नेह राणा जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः स्नेह राणा की अभिरुचियां स्नेह राणा को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही स्नेह राणा को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।