सोनू निगम
Jul 30, 1973
12:0:0
Faridabad
77 E 18
28 N 24
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
क्योंकि सोनू निगम जीवन की प्रत्येक घटना के प्रति संवेदनशील हैं, सोनू निगम कम झंझट और दवाब वाला काम पसन्द करते हैं। जीवन में कार्यक्षेत्र के चयन के लिये सोनू निगम अपनी अन्तरात्मा की आवाज सुनें और उसी दिशा में कार्य करें।
सोनू निगम जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो सोनू निगम बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः सोनू निगम को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। सोनू निगम को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें सोनू निगम को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि सोनू निगम स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र सोनू निगम को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें सोनू निगम को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो सोनू निगम के अनुकूल भी है। सोनू निगम के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि सोनू निगम को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय सोनू निगम नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
वित्त से जुड़े हुए मामलों में सोनू निगम को होशियार वसचेत रहना चाहिये और छोटी सी बातों की वजह से सोनू निगम को कंजूस का दर्जा मिल सकता है। सोनू निगम भविष्य के प्रति जरूरत से ज्यादा ही चिंतित रहते हैं और इस कारण सोनू निगम भविष्य के लिये अभी से व्यवस्था करना चाहते हैं। यदि सोनू निगम व्यापारी वर्ग से हैं, सोनू निगम संभवतः सोनू निगम कार्यशील जीवन से समय से पहले ही सन्यास लेंगे। सोनू निगम का शेयर्स की तरफ विशेष रुझान होगा। सोनू निगम के इन प्रकार के कार्य में सफल होने की संभावना है यदि सोनू निगम अपने अन्दर की आवाज के अनुसार कार्य करें। यदि सोनू निगम दूसरों की सलाह या अफवाहों पर आश्रित होंगे तो यह सोनू निगम के लिये घातक साबित होगा।