श्री दिव्या
May 25, 1991
12:0:0
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
श्री दिव्या के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः श्री दिव्या विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, श्री दिव्या प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस श्री दिव्या के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति श्री दिव्या का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार श्री दिव्या विवाह बन्धन में बंध गये, तो श्री दिव्या इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य के बारे में श्री दिव्या को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि श्री दिव्या की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन श्री दिव्या को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े श्री दिव्या के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी श्री दिव्या को परेशानी दे सकते हैं। श्री दिव्या सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
श्री दिव्या की अभिरुचियां एवं समय काटने के साधन थकावट भरे हैं। क्रिकेट, फुटबाॅल और टेनिस आदि श्री दिव्या के पसन्द के खेल हैं। श्री दिव्या पूरे दिन कठोर परिश्रम करते हैं और शाम को टेनिस, गोल्फ, बैडमिण्टन जैसे खेल खेलते हैं। श्री दिव्या की एथलेटिक खेलों में भाग लेने में विशेष रुचि है। सम्भवतः श्री दिव्या ने खेलों में कई पुरुस्कार जीते होंगे। जहां तक कि खेलों का प्रश्न है,श्री दिव्या की जीवन-ऊर्जा आश्चर्यजनक है।