सुभाष घई
Jan 24, 1945
12:0:0
Nagpur
79 E 12
21 N 10
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुभाष घई के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुभाष घई विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुभाष घई प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुभाष घई के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुभाष घई का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुभाष घई विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुभाष घई इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सुभाष घई बेहतर स्वास्थ्य के स्वामी हैं। सुभाष घई में पर्याप्त अन्तः-शक्ति है तथा यह वृद्धावस्था तक कायम रहेगी, यदि सुभाष घई खुली हवा में पर्याप्त व्यायाम लेते हैं। लेकिन इसकी अधिकता से बचें। यदि सुभाष घई इसे जरूरत से ज्यादा करेंगे, तो सुभाष घई श्वसन सम्बन्धी परेशानी महसूस कर सकते हैं। सुभाष घई पैंतालीस की आयु के पश्चात् कमर दर्द एवं गठिया से पीडि़त हो सकते हैं। इन बीमारियों का कारण पता करना कठिन है, पर यह रात की हवा जोड़ों पर लगने के कारण सम्भव है।
सुभाष घई मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला सुभाष घई के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। सुभाष घई अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। सुभाष घई पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। सुभाष घई का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।