सुख-ई
Feb 18, 1990
12:00:00
Garhshankar
76 E 11
31 N 12
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जहां तक सुख-ई जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। सुख-ई प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि सुख-ई ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो सुख-ई अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, सुख-ई उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
सुख-ई शारीरिक रूप से शक्तिशाली हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा कार्य सुख-ई की समस्या है। सुख-ई जो भी कुछ करते हैं, बहुत ज्यादा मानसिक दवाब में करते हैं, अन्ततः सुख-ई अपने कर्म का पूर्ण फल प्राप्त करते हैं। अपने बॉस के द्वारा प्रशंसा की गई स्थिति के बाद ज्यादा उत्तेजित ना हों । सुख-ई को अपने कार्यो मे शान्ति बरतनी चाहिये, जीवन में और भी मिठास दिखाई देगा । सैर व भोजन में थोड़ा अधिक समय देना चाहिये। जितना संभव हो सके अपने अंदर के आलस को दूर करें और साथ ही ओवरटाइम’ कार्य के प्रति सजग भी रह सकते हैं । लम्बी छुट्टियाँ लेने से बचें । जब बीमारी आएगी, तो सुख-ई का हृदय सुख-ई को परेशानी देने वाला प्रथम अंग होगा। जिसे सुख-ई दूर करने में सजग रहेंगे। यदि सुख-ई ने अत्यधिक कार्य किया है तो समाज सुख-ई को सम्मानित करेगा ।
समय व्यतीत करने के ऊर्जावान तरीके सुख-ई को आकर्षित करते हैं और वो सुख-ई का सर्वाधिक भला भी करते हैं। तीव्र खेल जैसे फुटबाॅल और टेनिस इत्यादि सुख-ई की ऊर्जा के उपयोग के लिये बेहतरीन खेल हैं और सुख-ई इसके पूर्णतः अनुकूल हैं। सुख-ई मध्य आयु में सैर करना पसन्द करेंगे, लेकिन सुख-ई चार की जगह चैदह मील की सोचेंगे। अवकाश काल में सुख-ई हाथ में समाचार पत्र लिये बैंच पर बैठकर सिर्फ भोजन की प्रतीक्षा नहीं कर सकते। सबसे दूरस्थ पहाडि़यां सुख-ई को आकर्षित करती हैं और सुख-ई यह जानना चाहते हैं कि वे पास से कैसी दिखती हैं।