सुनीता राव
Apr 5, 1967
12:00:00
Germony
10 E 27
51 N 9
2
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुनीता राव के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुनीता राव विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुनीता राव प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुनीता राव के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुनीता राव का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुनीता राव विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुनीता राव इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सुनीता राव के अन्दर प्रचुर ऊर्जा है। सुनीता राव हृष्ट-पुष्ट हैं व साधारणतः सुनीता राव किसी प्रकार के रोग से ग्रसित नहीं होंगे, जब तक कि सुनीता राव जरूरत से बहुत ज्यादा कार्य नहीं करते। सिर्फ इसलिये कि सुनीता राव मोमबत्ती को दोनों सिरों से जला सकते हैं, सुनीता राव को यह करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। सुनीता राव को अपने प्रति संयमी होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य-कोष में से जरूरत से ज्यादा लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए अन्यथा सुनीता राव जीवन के उत्तरार्ध में गम्भीर बीमारियों को निमन्त्रण दे सकते हैं। बीमारी यदि प्रायः नहीं आती है, तो अचानक ही आएगी। यद्यपि उसने परिपक्व होने में काफी लम्बा समय लिया होगा। सुनीता राव थोड़ा सा दिमाग लगाने पर पाएंगे कि सुनीता राव ने रोग को स्वयं ही आमन्त्रित किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि सुनीता राव उससे बच सकते थे। सुनीता राव के नेत्र सुनीता राव की कमजोरी हैं और कृपया उसका ख्याल रखें। सुनीता राव पैंतीस की उम्र के बाद नेत्र-विकार से ग्रसित हो सकते हैं।
सुनीता राव मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला सुनीता राव के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। सुनीता राव अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। सुनीता राव पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। सुनीता राव का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।