सुनिधि चौहान
Aug 14, 1983
12:0:0
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुनिधि चौहान के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुनिधि चौहान विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुनिधि चौहान प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुनिधि चौहान के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुनिधि चौहान का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुनिधि चौहान विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुनिधि चौहान इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सुनिधि चौहान की आयु भाग्य से अधिक स्वयं सुनिधि चौहान के ऊपर निर्भर करती है। सुनिधि चौहान के अन्दर अपनी आयु को लम्बा करने की क्षमता है। लेकिन, यदि सुनिधि चौहान ऐसा चाहते हैं तो सुनिधि चौहान को अपने फेंफड़ों का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। जितना सम्भव हो ताजी हवा लें और खुले आसमान के नीचे सैर करें। प्रतिदिन सैर का अभ्यास करें और देखें कि सुनिधि चौहान का सिर सीधा है व छाती खुली हुई। सर्दी और जुकाम को कभी भी अनदेखा न करें, नम वायु सुनिधि चौहान के लिये खासी खतरनाक है। दूसरी चेतावनी के तौर पर सुनिधि चौहान अपने पाचन-तन्त्र का ध्यान रखें। भारी एवं दुष्पाच्य भोजन न लें। याद रखें कि सादा भोजन सुनिधि चौहान के लिये सर्वोत्तम है।
सुनिधि चौहान के कई शौक हैं और सुनिधि चौहान इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही सुनिधि चौहान धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर सुनिधि चौहान कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। सुनिधि चौहान जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः सुनिधि चौहान की अभिरुचियां सुनिधि चौहान को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही सुनिधि चौहान को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।