सुरभि ज्योति
May 29, 1988
12:00:00
Jalandhar *
75 E 34
31 N 19
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुरभि ज्योति के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुरभि ज्योति विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुरभि ज्योति प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुरभि ज्योति के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुरभि ज्योति का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुरभि ज्योति विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुरभि ज्योति इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सुरभि ज्योति की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन सुरभि ज्योति स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण सुरभि ज्योति की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। सुरभि ज्योति अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, सुरभि ज्योति जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें सुरभि ज्योति की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो सुरभि ज्योति खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
सुरभि ज्योति की अभिरुचियां एवं समय काटने के साधन थकावट भरे हैं। क्रिकेट, फुटबाॅल और टेनिस आदि सुरभि ज्योति के पसन्द के खेल हैं। सुरभि ज्योति पूरे दिन कठोर परिश्रम करते हैं और शाम को टेनिस, गोल्फ, बैडमिण्टन जैसे खेल खेलते हैं। सुरभि ज्योति की एथलेटिक खेलों में भाग लेने में विशेष रुचि है। सम्भवतः सुरभि ज्योति ने खेलों में कई पुरुस्कार जीते होंगे। जहां तक कि खेलों का प्रश्न है,सुरभि ज्योति की जीवन-ऊर्जा आश्चर्यजनक है।