सुरवीन चावला
Jul 16, 1984
12:0:0
Chandigarh
76 E 47
30 N 43
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुरवीन चावला के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुरवीन चावला विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुरवीन चावला प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुरवीन चावला के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुरवीन चावला का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुरवीन चावला विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुरवीन चावला इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
सुरवीन चावला के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, सुरवीन चावला स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर सुरवीन चावला जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र सुरवीन चावला के शरीर का ऐसा भाग है, जो सुरवीन चावला को सर्वाधिक परेशानी देगा। सुरवीन चावला को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। सुरवीन चावला को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी सुरवीन चावला को यह सलाह है कि सुरवीन चावला पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। सुरवीन चावला की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण सुरवीन चावला जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरसुरवीन चावला युवा-मण्डली में रहते हैं, तो सुरवीन चावला कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
सुरवीन चावला के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक सुरवीन चावला को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। सुरवीन चावला को सदैव यह लगता है कि भविष्य में सुरवीन चावला को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। सुरवीन चावला जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। सुरवीन चावला के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। सुरवीन चावला के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि सुरवीन चावला के अन्दर क्षमता नहीं है,तो सुरवीन चावला उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।