स्वामी अखण्डानंद
Sep 30, 1864
18:00:00
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
The Times Select Horoscopes
सटीक (स.)
चूंकि स्वामी अखण्डानंद के लिये एक नौकरी में ज्यादा देर तक रुके रहना मुश्किल है, स्वामी अखण्डानंद का ऐसे कार्यक्षेत्र चुनने चाहिये जहां स्वामी अखण्डानंद को सदैव ही नए-नए लोगों से मिलना पड़े जैसे ‘सेल्समैनशिप‘। स्वामी अखण्डानंद की नौकरी ध् व्यवसाय इस प्रकार का होना चाहिये जो स्थान परिवर्तन देता हो ताकि स्वामी अखण्डानंद नित नये वातावरण में जाएं और नये-नये लोगों से मिलें।
स्वामी अखण्डानंद व्यापार के लिये उपयुक्त व्यक्ति नहीं है, क्योंकि इसके लिये एक विषेश प्रकार के स्वाभाव की आवश्यकता होती है जो स्वामी अखण्डानंद के पास नहीं है। कई सारे कार्यक्षेत्र ऐसे हैं जहां पर रोज एक जैसे कार्य करने पड़ते हैं जोकि स्वामी अखण्डानंद के कलात्मक स्वाभाव के विपरीत है। दूसरे शब्दों में, हालांकि स्वामी अखण्डानंद इन दिशाओं में सफल नहीं होंगे, ऐसे कई कार्यक्षेत्र हैं जहां पर स्वामी अखण्डानंद निश्चित रूप से बेहतर करेंगे। संगीत की कई ऐसी शाखाएं हैं जहां स्वामी अखण्डानंद अपने स्वामी अखण्डानंद को उपयुक्त पायेंगे। साहित्य और नाट्यकला आदि कुछ अन्य क्षेत्र हैं जहां के लिये स्वामी अखण्डानंद उपयुक्त हैं। सामान्यतः स्वामी अखण्डानंद के अन्दर कुछ श्रेष्ठ कार्यक्षेत्रों को अपनाने की क्षमता है। विधि एवं चिकित्सा क्षेत्र भी सम्भव है। परन्तु, चिकित्सा के बारे में एक बात विशेष ध्यान देने वाली है कि डाॅक्टर होते हुए स्वामी अखण्डानंद को कई ऐसे दुःखदायी दृश्यों को देखना पड़ेगा जो स्वामी अखण्डानंद के संतुलित मिजाज को हिला देंगे।
स्वामी अखण्डानंद अपने व्यावसायिक भागीदारों के सम्बन्ध में भाग्यशाली नहीं रहेंगे। स्वामी अखण्डानंद अपने भविष्य को स्वतः ही बनाएंगे एवं स्वामी अखण्डानंद को दूसरों से अधिक सहायता नहीं मिलेगी। लेकिन स्वामी अखण्डानंद की असफलता का कोई कारण प्रतीत नहीं होता और यहां तक कि स्वामी अखण्डानंद पैसे वाले होंगे। आर्थिक मामलों में स्वामी अखण्डानंद का तीक्ष्ण दिमाग स्वामी अखण्डानंद को कई सुअवसर दिलवाएगा। कभी-कभी स्वामी अखण्डानंद अत्यन्त धनवान होंगे और कभी इसके विपरीत होगा। जब स्वामी अखण्डानंद के पास धन होगा, तो स्वामी अखण्डानंद खर्चीले स्वभाव के होंगे और जब नहीं होगा तो स्वामी अखण्डानंद उस परिस्थिति के अनुकूल हो जाएंगे। वस्तुतः, स्वामी अखण्डानंद स्वाभाविक तौर पर लोगों को व परिस्थितियों को शीघ्र स्वीकार कर लेते हैं, जो कि खतरनाक है। अगर स्वामी अखण्डानंद इस बात का ध्यान रखेंगे,तो स्वामी अखण्डानंद किसी भी उद्योग या व्यापार में सफल होंगे।