स्वामी करपात्री
Aug 11, 1907
05:24:00
Pratapgarh
82 E 2
25 N 52
5.5
Internet
संदर्भ (स.)
स्वामी करपात्री को प्रतिस्पर्धा और जोखिम भरे काम पसन्द हैं,अतः स्वामी करपात्री अपना कार्यक्षेत्र शीघ्र परिवर्तित करते हैं। स्वामी करपात्री को ऐसा कार्य चुनना चाहिए,जिसमें अनेक आयाम हों और आगे बढ़ने के अवसर हों ताकि स्वामी करपात्री समय-समय पर परिवर्तन से बचें। अतः स्वामी करपात्री को जल्दी-जल्दी कार्यक्षेत्र परिवर्तित नहीं करना चाहिए।
स्वामी करपात्री जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो स्वामी करपात्री बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः स्वामी करपात्री को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। स्वामी करपात्री को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें स्वामी करपात्री को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि स्वामी करपात्री स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र स्वामी करपात्री को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें स्वामी करपात्री को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो स्वामी करपात्री के अनुकूल भी है। स्वामी करपात्री के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि स्वामी करपात्री को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय स्वामी करपात्री नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
स्वामी करपात्री के पास वित्तीय मामलों मे निर्णय लेने की क्षमता है। स्वामी करपात्री अपनी योजनाओं को साकार करने में सफल होंगे यदि स्वामी करपात्री के व्यावसायिक भागीदार उसका विरोध नहीं करता। अतः जहां तक सम्भव हो भागीदारी वाला व्यापार न करें। स्वामी करपात्री को अपने शुरुआती सालों में कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। इसके बाबजूद,स्वामी करपात्री की उच्च सोच के कारण न कि भाग्य के कारण स्वामी करपात्री को पर्याप्त वित्तीय सफलता, पद व प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। यह स्वामी करपात्री के लिये उचित होगा कि अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन अकेले ही करें। यदा-कदा स्वामी करपात्री के कुछ निवेश स्वामी करपात्री के लिये भाग्यशाली साबित होंगे और स्वामी करपात्री निश्चय ही सामान्य से हटकर धन बनाने में सफल होंगे।